प्रयोग - 2
कक्षा - 9, विषय - विज्ञान
उद्देश्य: लौह चूर्ण और गंधक के चूर्ण का प्रयोग करके:
(a) एक मिश्रण
(b) एक यौगिक तैयार करना और इनमें:
(i) समांगी या विषमांगी
(ii) चुंबक के प्रति व्यवहार
(iii) कार्बन डाई सल्फाइड के प्रति व्यवहार
(iv) ऊष्मा के प्रभाव के आधार पर अंतर करना।
आवश्यक सामग्री: लौह चूर्ण, गंधक पाउडर, कार्बन डाई सल्फाइड, वॉच ग्लास, चाइना डिश, त्रिपाद स्टैंड, काँच की छड़ तार की जाली आदि।
सिद्धांत: दो या दो से अधिक ऐैसे पदार्थों को मिलाया जाए जोकि रासायनिक अभिक्रिया न करते हो तो उसे मिश्रण कहा जाता है। अगर दो या दो से अधिक पदार्थों का को एक निश्चित अनुपात में मिलाया जाए और रासायनिक परिवर्तन हो तो इसे यौगिक कहते हैं।
कार्य विधि:
(i) 10 ग्राम लौह चूर्ण और 10 ग्राम गंधक पाउडर को वॉच ग्लास में भली-भांति मिला दें। अब यह मिश्रण है।
(ii) उपरोक्त मिश्रण में से आधा भाग लेकर चाइना डिश में गर्म करें जब तक कि यह काले रंग का न हो जाए। अब इसे ठंडा होने दें। यह FeS यौगिक है।
अब नीचे दिए गए प्रयोग करें:
(1) रूप - आवर्धक लेंस से सामग्री का अवलोकन करें।
प्रेक्षण:
(i) मिश्रण की स्थिति में लोहे के कण पीले गंधक में साफ दिखाई देते हैं।
(ii) यौगिक की स्थिति में एक जैसा काला चूर्ण दिखाई देता है।
निष्कर्ष:
(i) मिश्रण के घटक अपने निजी गुणों को बनाए रखते हैं।
(ii) यौगिक के घटक अपने गुणों को खो देते हैं।
(2) चुंबक - मिश्रण और यौगिक दोनों के पास चुंबक ले जाएं।
प्रेक्षण:
(i) मिश्रण की स्थिति में लोहे के कारण चुंबक के साथ चिपक जाते हैं।
(ii) यौगिक में काले रंग का पदार्थ चुंबक के साथ नहीं चिपकता।
निष्कर्ष:
(i) मिश्रण के घटकों को भौतिक विधि से अलग किया जा सकता है।
(ii) यौगिक के घटकों को भौतिक विधि से अलग नहीं किया जा सकता।
(3) कार्बन डाई सल्फाइड - अलग-अलग परखनलियों में मिश्रण और यौगिक की थोड़ी सी मात्रा लें और इसमें कार्बन डाई सल्फाइड डालें और अच्छी तरह हिलाएं।
प्रेक्षण:
(i) मिश्रण की स्थिति में सल्फर के कण कार्बन डाई सल्फाइड में घुल जाते हैं।
(ii) यौगिक की स्थिति में इन में कोई परिवर्तन नहीं होता।
निष्कर्ष:
(i) मिश्रण में सल्फर के गुण बने रहते हैं।
(ii) यौगिक में अपने गुणों को खो देता है।
(iv) ताप का प्रभाव- अलग-अलग परखनलियों में मिश्रण और यौगिक की थोड़ी मात्रा लें और उन्हें बर्नर पर गर्म करें।
प्रेक्षण:
(i) मिश्रण में - परखनलियां लाल रंग से चमकने लगी है और गर्म करना बंद कर दें तो स्लेटी रंग का पदार्थ बन जाता है।
(ii) यौगिक में - गैस के निकलने के अतिरिक्त कोई बदलाव दिखाई नहीं देता।
निष्कर्ष:
(i) गर्म करने पर Fe और S क्रिया करके FeS बनाते हैं।
(ii) यौगिक आयरन सल्फाइड को गर्म करने पर कोई भी अभिक्रिया नहीं होती है।
निष्कर्ष:
(i) 10 ग्राम लौह चूर्ण और 10 ग्राम गंधक पाउडर को वॉच ग्लास में भली-भांति मिला दें यह मिश्रण है।
(ii) लौह चूर्ण और सल्फर के चूर्ण को मिलाने पर निजी गुण बने रहते हैं।
(iii) लौह चूर्ण और सल्फर के चूर्ण को मिलाया जाता है और गर्म किया जाता है तो यह नया यौगिक FeS बनाता है।
(iv) यौगिक फेररस सल्फाइड के गुण उसके घटक मिश्रण में विद्यमान लौह और सल्फर के गुणों से भिन्न होते हैं।
सावधानियां:
(i) कार्बन डाई सल्फाइड अति ज्वलनशील है इसलिए इसे ज्वाला से दूर रखना चाहिए।
(ii) निकली गैस में सांस ना लें क्योंकि यह विषैली हो सकती है।